पाकिस्तान ने नहीं दिया एयरस्पेस तो भारतीय एयरफोर्स ने संभाला मोर्चा, तूफान में फंसी इंडिगो फ्लाइट की ऐसे कराई सफल लैंडिंग

नई दिल्ली: दिल्ली से श्रीनगर जाते समय भयंकर ओलावृष्टि और तूफान का सामना करने वाली इंडिगो फ्लाइट को लेकर लगातार खुलासे सामने आ रहे हैं। बुधवार को हुई इस घटना में पाकिस्तान का एंगल भी सामने आया है। दरअसल, हुआ ये कि बुधवार को दिल्ली-श्रीनगर इंडिगो फ्लाइट 6E-2142 को ओलावृष्टि का सामना करना पड़ा। ऐसे में पायलटों ने पाकिस्तानी एयरस्पेस में प्लेन उतारने का विचार किया। जिस समय ये घटना घटी फ्लाइट में 200 से ज्यादा यात्री सवार थे।

पाकिस्तान ने नहीं दी एयरस्पेस इस्तेमाल की इजाजत

पाकिस्तान के लाहौर एयर ट्रैफिक कंट्रोलर ने भारतीय विमान की लैंडिंग से इनकार कर दिया। इसके बाद फ्लाइट के पायलट सन्न रह गए। हालांकि, उन्होंने तुरंत ही भारतीय वायुसेाना की उत्तरी कमान से इमरजेंसी कॉन्टैक्ट किया। भारतीय वायुसेना ने बयान जारी कर बताया कि तुरंत ही सहायता प्रदान की गई।

इसलिए पायलट ने मांगी थी लाहौर एटीसी की मदद

बताया जा रहा कि फ्लाइट के पायलट भारी तूफान और विमान में जारी उथल-पुथल से बचने के लिए एयर रूट बदलने की अनुमति मांग रहे थे। ऐसा करने से विमान कुछ समय के लिए पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में चला जाता, जो 11 मई से सभी हवाई यातायात के लिए बंद है। ये पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सैन्य तनाव के बीच लगातार क्लोज है।

पाकिस्तान का इनकार तो वायुसेना ने संभाला मोर्चा

शुक्रवार शाम को जारी एक बयान में वायुसेना ने कहा कि पाकिस्तान के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण की ओर से जारी NOTAM या नोटिस टू एयरमैन 23 मई की मध्यरात्रि तक प्रभावी था। इसमें स्पष्ट किया गया था कि पाकिस्तानी एयर स्पेस भारतीय विमानों और भारतीय एयरलाइनों/ऑपरेटरों के विमानों को लेकर उपलब्ध नहीं है।

ऐसे हुई तूफान में फंसी फ्लाइट की सफल लैंडिंग

भारतीय वायुसेना ने कहा कि उसके उत्तरी क्षेत्र नियंत्रण ने दिल्ली क्षेत्र में हवाई यातायात नियंत्रकों से संपर्क करके इंडिगो फ्लाइट के मार्ग परिवर्तन में समन्वय करने में तुरंत सहायता की और ओवरफ्लाइट मौसम परिवर्तन अनुरोध के लिए लाहौर एटीसी से संपर्क किया। इसके बाद, पायलटों ने लाहौर एयर ट्रैफिक कंट्रोल से सीधे संपर्क किया और तूफान से बचने के लिए कुछ समय के लिए पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने की मंजूरी मांगी। लेकिन इस अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया।

श्रीनगर एयरपोर्ट पर उतरी फ्लाइट

वायुसेना की ओर से बताया गया कि सीमित विकल्पों और तेजी से आ रहे तूफान का सामना करते हुए, पायलटों ने शुरू में दिल्ली लौटने पर विचार किया। हालांकि, तब तक विमान तूफान के बहुत करीब पहुंच चुका था। संभावित खतरों को देखते हुए, उन्होंने श्रीनगर की ओर बढ़ने का फैसला किया। जब लाहौर ने ओवरफ्लाइट क्लीयरेंस से इनकार कर दिया तो विमान श्रीनगर की ओर बढ़ गया। इसके बाद श्रीनगर में सुरक्षित लैंडिंग तक फ्लाइट को हर जरूरी सहायता दी गई।

पायलटों ने भी अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया

इस दौरान फ्लाइट पायलटों ने अपने कौशल पर भरोसा करते हुए विमान को तब तक स्थिर रखा जब तक कि वह बादलों से बाहर नहीं निकल आया। फिर उसी दिशा में श्रीनगर की ओर बढ़ता रहा, ताकि कम से कम समय में तूफान से बाहर निकल सके। हालात स्थिर होने पर, पायलट और क्रू मेंबर्स ने एक चेकलिस्ट पूरी की और इमरजेंसी लैंडिंग की जानकारी दी गई। इसके बाद श्रीनगर एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने विमान को सुरक्षित लैंडिंग के लिए निर्देश दिया।

डीजीसीए कर रही मामले की जांच

लैंडिंग के बाद, मानक पोस्ट-फ्लाइट वॉक-अराउंड निरीक्षण में विमान के आगे के हिस्से में काफी नुकसान पाया गया। यात्रियों या चालक दल के किसी सदस्य के घायल होने की सूचना नहीं है। डीजीसीए ने पुष्टि की है कि घटना की औपचारिक जांच की जा रही है। इंडिगो और नियामक की तकनीकी टीमें वर्तमान में उड़ान डेटा और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग दोनों का आकलन कर रही हैं।

Leave a Comment