टीवी एंकर से सुपरस्टार बनी वो हसीना, जिसने अपने दौर में लगा दी थी हिट फिल्मों की लाइन, महज 31 की उम्र में छोड़ गईं दुनिया

स्मिता पाटिल ने अपने 11 साल करियर में 80 से ज्यादा फिल्मों में काम किया. वो अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी चर्चा में रहीं. उन्होंने एक्टर राज बब्बर से शादी की थी, जो पहले से शादीशुदा थे. उनके बेटे प्रतीक बब्बर भी फिल्मों में एक्टिव हैं और ‘आरक्षण’ जैसी फिल्मों में नजर आ चुके हैं. स्मिता ने सिर्फ 31 साल की उम्र में 13 दिसंबर, 1986 को दुनिया को अलविदा कह दिया. उनके अचानक चले जाने से उनके चाहने वालों को गहरा झटका लगा, लेकिन आज भी वो दिलों में जिंदा हैं.

यहीं से स्मिता का फिल्मी सफर भी शुरू हो गया था. दरअसल, जब हिंदी सिनेमा के मशहूर डायरेक्टर श्याम बेनेगल ने उन्हें टीवी पर देखा और अपनी फिल्म में लेने का फैसला किया. उन्होंने अपनी पहली ही फिल्म से लोगों का दिल जीत लिया. उन्होंने पैरेलल सिनेमा में खुद को साबित किया और एक अलग पहचान बनाई. उनकी अदाकारी में सच्चाई, गहराई और संवेदनशीलता थी. वो अपनी हर फिल्म में किरदार को पूरी तरह जीती थीं, इसलिए उन्हें हमेशा गंभीर और असरदार अदाकारा माना गया.

स्मिता पाटिल की तस्वीरें देखने के बाद उन्होंने मिलने की इच्छा जाहिर की. शुरुआत में स्मिता इस मुलाकात के लिए राजी नहीं थीं, लेकिन दोस्तों के कहने पर वो तैयार हो गईं. ऑडिशन में जब उनसे कुछ सुनाने को कहा गया तो उन्होंने बांग्लादेश का राष्ट्रगान ‘आमार शोनार बांग्ला’ गाया था. उनकी आवाज इतनी प्यारी थी कि डायरेक्टर तुरंत ही उन्हें न्यूज एंकर के लिए उन्हें चुन लिया. इसके बाद वो मराठी में खबरें पढ़ने लगीं. उनकी आवाज इतनी मधुर थी कि जिन्हें मराठी समझ नहीं आती थी, वो भी उन्हें सुनने थे.

वो अदाकारा कोई और नहीं बल्कि सांवली सी खूबसूरती की मूरत स्मिता पाटिल थीं, जिनका जन्म 17 अक्टूबर, 1955 को मुंबई में हुआ था. उन्होंने मराठी स्कूलों में पढ़ाई की और बाद में मुंबई दूरदर्शन में बतौर मराठी न्यूज एंकर काम करने लगीं. उनकी बायोग्राफी ‘स्मिता पाटिल: अ ब्रीफ इनकैनडिसेंस’ में राइटर मैथिली राव ने बताया है कि उनकी एक दोस्त ज्योत्सना किरपेकर की वजह से स्मिता की तस्वीरें दूरदर्शन केंद्र पहुंची थीं. जब वहां के डायरेक्टर पीवी कृष्णमूर्ति की नजर उन तस्वीरों पर पड़ी.

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